Celebrate Indian Independence day with Laddu Gopal

 

 भारत की भूमि पूरे विश्व में एक ऐसा स्थान है जहा स्वयं देवी-देवता भी बार-बार अवतार लेना चाहते है।भारत का प्राकृतिक सौन्दर्य स्वर्ग-सा है। यह देवताओं, ऋषियों एवं महापुरुषों की अवतरण भूमि है। इसकी महिमा का वर्णन विष्णुपुराण एवं भागवतपुराण में देखने को मिलता है। भारतभूमि पर अवतरित होनेवाला मनुष्य निश्चय ही धन्य है। हमारी भारत भूमि विशाल, रम्यरूपा और कल्याणप्रद है। अत्यन्त शोभनीय और संसार का गौरव भारत हम सबों के द्वारा सदैव पूजनीय है । यहाँ धर्म, जाति के भेदों को भूलकर एकता एवं सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया जाता है। हम भारतीय सदैव कहते हैं-वसुधैव कुटुम्बकम् अर्थात् सम्पूर्ण पृथ्वी ही हमारा परिवार है।

 

 

 ये बात हवाओं को बताये रखना
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना

 

आन देश की, शान देश की
भारत की हम संतान है
तीन रंग से रंगा है तिरंगा
बस यही हमारी पहचान है।


ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,

मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,

नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई,

मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता




वो अब पानी को तरसेंगे जो गंगा छोड़ आये हैं,

हरे झंडे के चक्कर में तिरंगा छोड़ आये हैं।

 

रात के अंधियारे में ,

जब तक रुतबा रहेगा चाँद का ,

कारगिल की चोटियों पर ,

तब तक फैरता रहेगा तिरंगा शान का .

धरती क्या आसमान में ,

डंका बजेगा हिंदुस्तान नाम का..!!


काश मेरी जिंदगी मे सरहद की कोइ शाम आए।
मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए।।
ना खौफ है मौत का ना आरजु है जन्नत की
लेकीन जब कभी जीक्र हो शहीदो का
काश मेरा भी नाम आए।। काश मेरा भी नाम आए।




लंदन देखा, पेरिस देखा और देखा जापान,

 माइकल देखा, एल्विस देखा, सब देखा मेरी जान 

सारे जग में कहीं नहीं है दूसरा हिंदुस्तान!































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